गावं
यानी गरीबी
फटेहाल ज़िंदगी
और कुछ गंदगी।
गावं
यानी संतुष्टि
मानवता,निश्चलता
प्रकृति से नजदीकी
कपट रहित जिंदगी।
गावं
यानि परम्पराओं का निर्वाह
इश्वर मैं आस्था
शिक्षा का अभाव
संस्कारों का जमाव।
गावं
यानि सुखा खेत
नंगा पेट
एक जून की रोटी
अन्न का अभाव।
गावं
यानि रूखी रोटी
हंसता बचपन
साझे सुख दुःख,साझा जीवन
नैतिकता को अर्पित तन मन.
सुंदर अति सुंदर अभिव्यक्ति गांव गरीबी का मेल
ReplyDeleteसाधुवाद आपको किर्तिवर्धन - जैसा नाम वैसे दर्शन