जो लिखा गया वह तहरीर बन गया ,
मेरा लिखा पत्थर की लकीर बन गया ।
चाहोगे गर मिटाना ,मिट ना सकेगा ,
किताब में छप कर ,वो नजीर बन गया ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
मेरा लिखा पत्थर की लकीर बन गया ।
चाहोगे गर मिटाना ,मिट ना सकेगा ,
किताब में छप कर ,वो नजीर बन गया ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
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