मैंने ख्वाबों में भी एक ख्वाब लिखा था ,
तेरे होठों को खिलता गुलाब लिखा था ।
तेरे नैनो की झील में उतर कर देखा था ,
छलकते दो पैमाने को शराब लिखा था ।
तेरे होठों को खिलता गुलाब लिखा था ।
तेरे नैनो की झील में उतर कर देखा था ,
छलकते दो पैमाने को शराब लिखा था ।
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