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Sunday, April 21, 2013

sirf aansu bahane se

सिर्फ आंसू बहाने से कुछ नहीं होता ,
चलो कुछ नया कर दिखाएँ ,दोस्तों ।
किसी के बेटे बने, किसी के भाई ,
एक नया इतिहास रचाएं ,दोस्तों ।
बहाते है आंसू रोज ही ,वतन के वास्ते नेता,
घडियाली आंसुओं से वतन बचाएं ,दोस्तों ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन
8 2 6 5 8 2 1 8 0 0

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