अंतर्राष्ट्रीय विरासत दिवस ....
.
सभ्यता , संस्कृति पुरखों की विरासत है ,
सभ्य आचरण हमको करना ,बात समझ लें ।
दोस्तों ,
अजीब बात है इस दुनिया की ,एक और तो हम सब अपनी विरासत चाहे वह सभ्यता की हो, संस्कृति की या व्यवहार की हो , धर्म की हो या मानवता की हो ,पाश्चात्य सभ्यता का अनुकरण करके हम उन सबको नष्ट करने पर तुले हैं और दूसरी और आज यानी १ ८ अप्रैल को " अंतर्राष्ट्रीय विरासत दिवस " मना रहे हैं ।
हो सकता है कि इसे मनाने का सिमित उद्देश्य केवल कुछ इमारतों/ खंडहरों को विरासत के नाम पर बचाना हो मगर जब तक हम अपनी असली विरासत सभ्यता, संस्कृति, धर्म, आचरण, व्यवहार ,शिक्षा का उद्देश्य तथा मानवता को नहीं बचाते तब तक यह सब विरासत दिवस मात्र दिखावा है ।
आओ हम सब अपने देश की सभ्यता ,संस्कृति ,अनुशासन, धर्म ,देश के प्रति निष्ठा तथा मानवता रूपी विरासत को बचाने की कसम खाएं तथा अपने प्रयास करें इनकी प्रचार,प्रसार व पोषण के लिए ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
82 6 5 8 2 1 8 0 0
.
सभ्यता , संस्कृति पुरखों की विरासत है ,
सभ्य आचरण हमको करना ,बात समझ लें ।
दोस्तों ,
अजीब बात है इस दुनिया की ,एक और तो हम सब अपनी विरासत चाहे वह सभ्यता की हो, संस्कृति की या व्यवहार की हो , धर्म की हो या मानवता की हो ,पाश्चात्य सभ्यता का अनुकरण करके हम उन सबको नष्ट करने पर तुले हैं और दूसरी और आज यानी १ ८ अप्रैल को " अंतर्राष्ट्रीय विरासत दिवस " मना रहे हैं ।
हो सकता है कि इसे मनाने का सिमित उद्देश्य केवल कुछ इमारतों/ खंडहरों को विरासत के नाम पर बचाना हो मगर जब तक हम अपनी असली विरासत सभ्यता, संस्कृति, धर्म, आचरण, व्यवहार ,शिक्षा का उद्देश्य तथा मानवता को नहीं बचाते तब तक यह सब विरासत दिवस मात्र दिखावा है ।
आओ हम सब अपने देश की सभ्यता ,संस्कृति ,अनुशासन, धर्म ,देश के प्रति निष्ठा तथा मानवता रूपी विरासत को बचाने की कसम खाएं तथा अपने प्रयास करें इनकी प्रचार,प्रसार व पोषण के लिए ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
82 6 5 8 2 1 8 0 0
No comments:
Post a Comment