आंसू छंद नहीं होते हैं
आंसू नियम नहीं होते हैं
भावों की अनुभूति है आंसू
कभी ख़ुशी कभी गम होते हैं..
मैंने देखे सुख के आंसू
हंसते गाते झिलमिल आंसू
दुःख मे भी देखे हैं आंसू
दर्द भरे रोते से आंसू..
हुई बिदाई जब बिटिया की
छलक पड़े आँखों से आंसू
गौरव के पल आने पर भी
बह निकले आँखों से आंसू..
कभी किसी की मृत्यु हुई जब
बरबस बहते देखे आँसू
खुशियों के अवसर पर भी तो
रुक न सके आँखों मे आंसू..
दरिया कभी बनाते हैं आंसू
मोती सम पलकों मे आंसू
जार-जार रोते हैं आंसू
बार-बार आते हैं आंसू..
दिल ने जब भी रोना चाहा
सुख गए आँखों के आंसू
प्यार जहां इनको मिल पाया
छलक गये आँखों से आंसू..
सुख में भी आँखों मे आंसू
सूरदास के बहते आंसू
ऊँच -नीच का भेद न करते
नर-नारी के आते आंसू..
प्रियतम की चाहत है आंसू
माँ नयनो मे ममता आंसू
भाई बहन का प्यार हैं आंसू
जीवन का श्रृंगार है आंसू.
डॉ अ कीर्तिवर्धन
८ २ ६ ५ ८ २ १ ८ ० ०
आंसू नियम नहीं होते हैं
भावों की अनुभूति है आंसू
कभी ख़ुशी कभी गम होते हैं..
मैंने देखे सुख के आंसू
हंसते गाते झिलमिल आंसू
दुःख मे भी देखे हैं आंसू
दर्द भरे रोते से आंसू..
हुई बिदाई जब बिटिया की
छलक पड़े आँखों से आंसू
गौरव के पल आने पर भी
बह निकले आँखों से आंसू..
कभी किसी की मृत्यु हुई जब
बरबस बहते देखे आँसू
खुशियों के अवसर पर भी तो
रुक न सके आँखों मे आंसू..
दरिया कभी बनाते हैं आंसू
मोती सम पलकों मे आंसू
जार-जार रोते हैं आंसू
बार-बार आते हैं आंसू..
दिल ने जब भी रोना चाहा
सुख गए आँखों के आंसू
प्यार जहां इनको मिल पाया
छलक गये आँखों से आंसू..
सुख में भी आँखों मे आंसू
सूरदास के बहते आंसू
ऊँच -नीच का भेद न करते
नर-नारी के आते आंसू..
प्रियतम की चाहत है आंसू
माँ नयनो मे ममता आंसू
भाई बहन का प्यार हैं आंसू
जीवन का श्रृंगार है आंसू.
डॉ अ कीर्तिवर्धन
८ २ ६ ५ ८ २ १ ८ ० ०
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