क्या आप जानते हैं पिछले 1 0 0 वर्षों में भारत के कितनी बार तुकडे किये गए और उसके पीछे किसकी सरकार और सोच रही है ......
सन 1 9 1 1 में भारत से श्री लंका अलग हुआ ,जिसको तत्कालीन कांग्रेसी नेताओं का समर्थन प्राप्त था ।
सन १ ९ ४ ७ में भारत से बर्मा -म्यांमार अलग हुआ ,
सन १ ९ ४ ७ में भारत से पाकिस्तान अलग हुआ । कारण कांग्रेस ही थी ।
सन १ ९ ४ ८ में भारत से आज़ाद कश्मीर काटकर अलग कर दिया गया और नेहरु जी की नीतियों ने सरदार पटेल के हाथ बांधे रखे
सन १ ९ ५ ० में भारत से तिब्बत को काटकर अलग कर दिया गया और नेताओं ने मुह बंद रखा ।
सन १ ९ ५ ४ में बेरुबादी को काट कर अलग कर दिया गया ।
सन १ ९ ५ ७ में चीन ने भारत के कुछ हिस्से हड़प लिए और नेहरु ने कहा की यह घास फूंस वाली जगह थी ।
सन १ ९ ६ २ में चीन ने अक्साई चीन का ६ २ ० ० ० वर्ग मिल क्षेत्र भारत से छीन लिया ,और नेहरु जी हिंदी चीनी भाई-भाई कहते रहे । जब हमारी सेनाओं ने चीन से लड़ाई लड़ने का निर्णय किया और कुछ मोर्चों पर जीत की स्थिति में थी तो इन्ही नेहरु ने सीज फायर करा दिया ।
सन १ ९ ६ ३ में टेबल आइलैंड पर बर्मा ने कब्ज़ा कर लिया ,और हम खामोश रहे । वहां पर म्यामांर ने हवाई अड्डा बना रखा है ।
सन १ ९ ६ ३ में ही गुजरात का कच्छ क्षेत्र छारी फुलाई को पाकिस्तान को दे दिया गया ।
सन १ ९ ७ २ में भारत ने कच्छ तिम्बु द्वीप सर लंका को दे दिया ।
सन १ ९ ८ २ में भारत के अरुणांचल के कुछ हिस्से पर चीन ने कब्ज़ा कर लिया , और हम बात करते रहे ।
सन १ ९ ९ २ में भारत का तीन बीघा जमीनी इलाका बांगला देश ने लेकर चीन को सौंप दिया ।
इसके अलावा भी अनेक छोटी बड़ी घटनाएं होती रहती हैं जिनका रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है , जैसे कि हाल ही की चीन की घटना है , जिस पर कोई अधिकारिक दस्तावेज अभी जारी नहीं किया गया है ।
अब आप स्वयं विचार करें की हम कहाँ जा रहे हैं ?
सोर्स ---विश्व विधायक समाचार (आचार्य अवस्थी )
डॉ अ कीर्तिवर्धन
८ २ ६ ५ ८ २ १ ८ ० ०
सन
सन 1 9 1 1 में भारत से श्री लंका अलग हुआ ,जिसको तत्कालीन कांग्रेसी नेताओं का समर्थन प्राप्त था ।
सन १ ९ ४ ७ में भारत से बर्मा -म्यांमार अलग हुआ ,
सन १ ९ ४ ७ में भारत से पाकिस्तान अलग हुआ । कारण कांग्रेस ही थी ।
सन १ ९ ४ ८ में भारत से आज़ाद कश्मीर काटकर अलग कर दिया गया और नेहरु जी की नीतियों ने सरदार पटेल के हाथ बांधे रखे
सन १ ९ ५ ० में भारत से तिब्बत को काटकर अलग कर दिया गया और नेताओं ने मुह बंद रखा ।
सन १ ९ ५ ४ में बेरुबादी को काट कर अलग कर दिया गया ।
सन १ ९ ५ ७ में चीन ने भारत के कुछ हिस्से हड़प लिए और नेहरु ने कहा की यह घास फूंस वाली जगह थी ।
सन १ ९ ६ २ में चीन ने अक्साई चीन का ६ २ ० ० ० वर्ग मिल क्षेत्र भारत से छीन लिया ,और नेहरु जी हिंदी चीनी भाई-भाई कहते रहे । जब हमारी सेनाओं ने चीन से लड़ाई लड़ने का निर्णय किया और कुछ मोर्चों पर जीत की स्थिति में थी तो इन्ही नेहरु ने सीज फायर करा दिया ।
सन १ ९ ६ ३ में टेबल आइलैंड पर बर्मा ने कब्ज़ा कर लिया ,और हम खामोश रहे । वहां पर म्यामांर ने हवाई अड्डा बना रखा है ।
सन १ ९ ६ ३ में ही गुजरात का कच्छ क्षेत्र छारी फुलाई को पाकिस्तान को दे दिया गया ।
सन १ ९ ७ २ में भारत ने कच्छ तिम्बु द्वीप सर लंका को दे दिया ।
सन १ ९ ८ २ में भारत के अरुणांचल के कुछ हिस्से पर चीन ने कब्ज़ा कर लिया , और हम बात करते रहे ।
सन १ ९ ९ २ में भारत का तीन बीघा जमीनी इलाका बांगला देश ने लेकर चीन को सौंप दिया ।
इसके अलावा भी अनेक छोटी बड़ी घटनाएं होती रहती हैं जिनका रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है , जैसे कि हाल ही की चीन की घटना है , जिस पर कोई अधिकारिक दस्तावेज अभी जारी नहीं किया गया है ।
अब आप स्वयं विचार करें की हम कहाँ जा रहे हैं ?
सोर्स ---विश्व विधायक समाचार (आचार्य अवस्थी )
डॉ अ कीर्तिवर्धन
८ २ ६ ५ ८ २ १ ८ ० ०
सन
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