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Tuesday, January 10, 2012

kabhi gumnam nahi hoti

कभी गुमनाम नहीं होती.....
सत्ता से नेता की,पहचान नहीं होती,
इतिहास से गद्दारों की, शान नहीं होती|
बनना है तो बनो,"पटेल" से लौह पुरुष,
"जवाहर" बनने से,आन-बान नहीं होती|
इतिहास बदलकर 'कर्णधार' लिखने से,
अय्यासों की,'देशभक्त',पहचान नहीं होती|
वंशवाद की बेल,चाहे सघन घनी हो,
नाकराओं को ताज,मुल्क की शान नहीं होती|
इतिहास गवाह है,काल साक्षी,भारत मे,
जयचंदों की निज घर मे भी,मान नहीं होती|
लड़ता रहा देश की खातिर,अंत समय तक,
राणाओं सी,आन-बान और शान नहीं होती|
लुटा दिया सर्वस्व देशहित,जिसने रण क्षेत्र मे,
रण बांकुरी लक्ष्मी बाई,कभी गुमनाम नहीं होती|

डॉ अ कीर्तिवर्धन
९९११३२३७३२

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