Pages

Followers

Wednesday, September 26, 2012

dard

कुछ लोग जहाँ में यूँ भी मुस्कराते हैं,
अपने ही जख्मों में खुद नश्तर लगाते हैं|
लेते हैं इम्तिहान वो अपने दर्द का,
आँखों में आंसू , पर मुस्कराते हैं |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
८२६५८२१८००

No comments:

Post a Comment