बीती यादें नहीं , वह एक अफसाना था
मेरे लिए जिन्दा रहने का,जो बहाना था
बरसी थी आँखें जब मेरी ,बादलों के मानिंद,
उसका फैसला मेरे जिंदगी से चले जाना था |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
मेरे लिए जिन्दा रहने का,जो बहाना था
बरसी थी आँखें जब मेरी ,बादलों के मानिंद,
उसका फैसला मेरे जिंदगी से चले जाना था |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
No comments:
Post a Comment