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Saturday, November 3, 2012

नारी ही ब्रह्मा है ---
ऋग्वेद  (८.३३.१९ ) में कहा गया है की नारी है ब्रह्मा है, वही सृष्टि की निर्माता है इसीलिए ब्रह्मा है |
ओउम अध:पश्यस्व मोपरि सन्तरां पादकौ हर |
मा ते कश्पलकौ दृशन स्त्री हि ब्रह्मा बभू विथ  ||
 इस मंत्र में नारी के शील का बहुत हि सुन्दर चित्रण किया गया है | प्रत्येक स्त्री को इन गुणों को जीवन में धारण करना चाहिए |
मंत्र में कहा गया है की नारी ब्रह्मा है ,वह जीवन निर्मात्री और सृजन कर्त्री है | अगर नारी बिगड़ गई तो सृष्टि भी बिगड़ जायेगी |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

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