जिंदगी तू ही बता ! तुझे कैसे न प्यार करूँ?
प्रत्येक सुबह मेरा तजुर्बा बढ़ा देती है |
जीने का मुझमे हौसला जगा देती है |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
प्रत्येक सुबह मेरा तजुर्बा बढ़ा देती है |
जीने का मुझमे हौसला जगा देती है |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
सुबह देखता जब तुम्हें, नींद जा रही भाग ।
ReplyDeleteअलबेली तू जिंदगी, भरी बर्फ सह आग ।
भरी बर्फ सह आग, पिघलती मद्धिम जाए ।
करे कर्म अटपटे, आग धीमी दहकाए ।
रविकर दर्शन पाय, धूप में देह सेकता ।
अनुभव बढ़ता जाय, दुबारा सुबह देखता ।।
बहुत ही बढिया।
ReplyDeletebahut bahut aabhar mitron,hausala afjai ke liye
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