Pages

Followers

Saturday, November 10, 2012

haiku hi haiku

कुछ हाइकू मेरे भी ..........

सहयोग को
लालायित हैं हम
दिखाओ रास्ता |

मिले मंजिल
आपकी पत्रिका में
स्नेह का वास्ता |

वंदन-
जै एकदंत

प्रथम है वंदन
विघ्न हरण |

विनती --
वन्दे शारदे
मुझे बुद्धि वर दे
मृदु स्वर दे |

महिमा--
राम महिमा
जग ने अपनाई
दिशा दिखाई |

वाणी ---
वाणी अमोल
संतुलित तू बोल
पहले तौल |

औकात--
गिद्ध नोचते
मरे जानवरों को
हम जिन्दा को |

आईना---
मैंने देखी है
आयने में जिंदगी
मरते वक़्त |

बुढ़ापा---
जीवन संध्या
चिंतन करने का
अवसर है |

धर्म---
मानवता ही
जीवन दर्शन है
यही धर्म है |

पैसा--
पैसा हो गया
आज महत्वपूर्ण

रिश्तों नातों से |
kuchh aur bhi...
१-ख़त न लिख
प्यार से बात कर
यही काफी है |


२-नहीं रुका है
प्यार का सिलसिला
किसी काल में |


३-कितने किस्से
जमी-दोज हो गए
प्यार वफ़ा के |

४-इस देश में
कौन ताकतवर ?
बस सोनिया |

५-इन्होने लुटा
देश का धन, मान
फिर भी शान |

६-कैसे हटायें
सत्ता पर काबिज़
जो बेईमान |

७-इन्हें भगाएं
देश बच सकेगा
विकास होगा |
नेता और सांप-

८-नेता जी बोले
   साँपों को मार डालो
   अब हम हैं |

९--हम डसेंगे
   मरने नहीं देंगे
   हमारा वादा |

१०--जहरीला है
   सांप का एक फन
   मैं हर फन |

११-- मेरी  सेवा में
    जो कोई लग जाता
    अभय पाता |

१२- दरअसल
    मेरा जहर देता
    अनोखा मज़ा |

१३-- उसके लिए
    बड़े से बड़ा नशा
    फीका- बेमज़ा |

१४--सांप का काटा
    पानी को तडफता
    मरते वक़्त |

१५-- मैं काटता हूँ
    पानी नहीं मांगता
    मरने तक |

१६-- सांप का दर
    जहर से अधिक
    जहरीला है |

१७--मैं डराता हूँ
    जहर की तरह
    मारता नहीं |

१८-- नेता व सांप
      आदत एक जैसी
      दोनों डसते |

डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800


कुछ और हाइकू -----
19 -नारी
बेबस नारी
परिवार पालती
रुखा खाकर |

२०-कुल हाड़ी
आरोपित है
जीवन देने वाली
कुल हाडी  है |

२१--गंगा जल
गंगा का पानी
जीवन देने वाला
जीवात्मा को भी |

२२--सुखी जीवन
सुखी जीवन
दुःख सहकर भी
खुश रहना |
२३-कहाँ है शिक्षा
शिक्षक व शिक्षार्थी
जरा विचारें ?
२४ पैसे का मेल
सब उलझा गया
ज्ञान का खेल |

डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
विद्या लक्ष्मी निकेतन.५३ महालक्ष्मी एन्क्लेव
मुज़फ्फरनगर-२५१००१ उ प्र

No comments:

Post a Comment