हुक्मरानों के फरमानों से डरना छोड़ दे
किसी के अहसानों पे पलना छोड़ दे |
खुदगर्ज बन, वतन कि खातिर जीना सीख
आवाज़ बुलंद कर, सजा से डरना छोड़ दे |
शिव बन ,जहर सारा पी जा मधु समझकर
मरना तो निश्चित है, जीते जी मरना छोड़ दे |
सजा कर रख खुद को, खुदा की खिदमत में
दरें इन्सां पे सज कर बिखरना छोड़ दे |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
किसी के अहसानों पे पलना छोड़ दे |
खुदगर्ज बन, वतन कि खातिर जीना सीख
आवाज़ बुलंद कर, सजा से डरना छोड़ दे |
शिव बन ,जहर सारा पी जा मधु समझकर
मरना तो निश्चित है, जीते जी मरना छोड़ दे |
सजा कर रख खुद को, खुदा की खिदमत में
दरें इन्सां पे सज कर बिखरना छोड़ दे |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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