धडकनें जब धड़कना छोड़ देंगी,
उम्मीदें सरे राह दम तोड़ देंगी,
तब भी दिल में तेरी आरजू होगी ,
खुली आँखें ,इंतजार का राज खोल देंगी |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
उम्मीदें सरे राह दम तोड़ देंगी,
तब भी दिल में तेरी आरजू होगी ,
खुली आँखें ,इंतजार का राज खोल देंगी |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
No comments:
Post a Comment