दरार जरुर आएगी .........
मेरे पास हथौड़ा न सही,हौसला तो है,
एक दिन पत्थर में दरार जरुर आएगी |
कौन डरता है चोट लगने से यहाँ,
मेरी कोशिश किसी की राह बन जायेगी |
लिखा जायेगा इतिहास पत्थर को तोड़ने का
मेरे नाम की चर्चा वहां जरुर आएगी |
मैं इस आन्दोलन की तकदीर तो न बदल सका ,
मगर मेरी कोशिश , रंग जरुर लाएगी ।
"दामिनी"!तुमने सहे जुल्म और दुनिया छोड़ दी,
तेरी कुर्बानी यहाँ मील का पत्थर बन जायेगी ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
मेरे पास हथौड़ा न सही,हौसला तो है,
एक दिन पत्थर में दरार जरुर आएगी |
कौन डरता है चोट लगने से यहाँ,
मेरी कोशिश किसी की राह बन जायेगी |
लिखा जायेगा इतिहास पत्थर को तोड़ने का
मेरे नाम की चर्चा वहां जरुर आएगी |
मैं इस आन्दोलन की तकदीर तो न बदल सका ,
मगर मेरी कोशिश , रंग जरुर लाएगी ।
"दामिनी"!तुमने सहे जुल्म और दुनिया छोड़ दी,
तेरी कुर्बानी यहाँ मील का पत्थर बन जायेगी ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
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♥सादर वंदे मातरम् !♥
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मेरे पास हथौड़ा न सही,हौसला तो है,
एक दिन पत्थर में दरार जरुर आएगी
बहुत प्रभावशाली !
आदरणीय डॉ. कीर्तिवर्धन जी
एक जज़्बा , एक इरादा है पूरी कविता में ... जो किसी काल में , किसी स्थान पर , किसी घटना-दुर्घटना में , किसी के लिए भी संभाव्य संबल है ।
...अंतिम दो पंक्तियों के बिना कविता का कद अधिक बड़ा होता ।
हार्दिक मंगलकामनाएं …
राजेन्द्र स्वर्णकार
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rajender ji shukaria ,baad ki line bhi pata nahi kyon kal hi jodi thi,punh aabhaar
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