कुछ हाइकु
पंज पियारे
धर्म की रक्षा हेतु
जीवन वारें ।
मुगलकाल
बढ़ता अत्याचार
कष्ट अपार ।
नानक बोले
हिन्दू धर्म की रक्षा
बनाओ लक्ष्य ।
जो दे कुर्बानी
गुरु के चरणों में
साथ में आये ।
पंज ककार
गुरु का उपहार
सिख बनाये ।
धर्म हित में
लुटाया सबकुछ
जो था अपना ।
कीर्ति वर्धन
लेखक समीक्षक
कवि चिन्तक
लेखक समीक्षक
कवि चिन्तक
8265821800
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