लब खामोश होकर भी , कभी ऐसे गीत गाते हैं ,
जुबां खामोश रहती है, असर दिल पर दिखाते हैं ।
थी आरजू मेरी ,उन्हें कुछ समझ पाता ,
खामोश नज़रों से ही, वो राजे दिल बताते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
जुबां खामोश रहती है, असर दिल पर दिखाते हैं ।
थी आरजू मेरी ,उन्हें कुछ समझ पाता ,
खामोश नज़रों से ही, वो राजे दिल बताते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
No comments:
Post a Comment