रूठने और मनाने को मोहब्बत नहीं कहते,
प्यार में कभी शर्तों की बात नहीं कहते ।
क्यों इंतज़ार करूँ उसके मनाने आने का ,
प्यार को यूँ ही समर्पण नहीं कहते ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
प्यार में कभी शर्तों की बात नहीं कहते ।
क्यों इंतज़ार करूँ उसके मनाने आने का ,
प्यार को यूँ ही समर्पण नहीं कहते ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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