Pages

Followers

Wednesday, February 13, 2013

basant aagaman

बसंत
बसंत आगमन ,ऋतू परिवर्तन
पीत पत्तों का रुदन ,नव श्रृष्टि का सृजन ।

पशु पक्षियों का कलरव,मानव के मन में धड़कन ,
भोरों का बढ़ता गुंजन , उपवन में बढती थिरकन ।

शिशिर ऋतु का हुआ अंत,नई फसलों का शुरू आगमन,
घर-घर में उत्सव भारी,बसंत आगमन ,प्रफुल्लित मन ।

जीवन के प्रति करे उमंगित,बसंत सदा ही करे तरंगित ,
जीवन में रस भर देता ,खुशिओं से भर देता तन मन ।

नव श्रृष्टि को अंकुरित करता ,जीवन में आशाएं भरता,
उपवन में पुष्पों को भरता , भोरों को देता गुंजन ।

जीवन को गति देता,परिवर्तन का करता स्वागत,
नव श्रृष्टि का करता सृजन,बसंत आगमन ,बसंत आगमन ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

No comments:

Post a Comment