फिजूल की चीजों को कौन याद करता है ,
जो भी ख़ास होता है ,दिल उसको याद करता है ।
चाहा था भुलाना मैंने कुछ ख़ास लोगों को ,
ख्वाब में भी दिल उनका ही दीदार करता है ।
रहता हूँ उलझा ,उलझनों में ,यकीं मानिए ,
बंदगी करता खुदा की ,ख्याल तेरा रहता है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
जो भी ख़ास होता है ,दिल उसको याद करता है ।
चाहा था भुलाना मैंने कुछ ख़ास लोगों को ,
ख्वाब में भी दिल उनका ही दीदार करता है ।
रहता हूँ उलझा ,उलझनों में ,यकीं मानिए ,
बंदगी करता खुदा की ,ख्याल तेरा रहता है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
bahut khoob....
ReplyDeletehttp://ehsaasmere.blogspot.in/2013/01/blog-post_31.html