खुली आँखों से देखता हूँ बस सपने तेरे ,
तेरी चाहत को दिल में बसाना चाहता हूँ ।
पलकों में छुपाने का मेरा मकसद समझ ,
दुनिया की नज़रों से तुझे बचाना चाहता हूँ ।
जानता हूँ तेरी चाहत ,खुले गगन में उड़ने की,
तेरे सपनों को मैं बाज़ से पंख देना चाहता हूँ ।
मेरी चाहत, सपना,मेरा प्यार ,कोई बात नहीं ,
तेरी हर ख़ुशी को मैं अपनी बनाना चाहता हूँ ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
तेरी चाहत को दिल में बसाना चाहता हूँ ।
पलकों में छुपाने का मेरा मकसद समझ ,
दुनिया की नज़रों से तुझे बचाना चाहता हूँ ।
जानता हूँ तेरी चाहत ,खुले गगन में उड़ने की,
तेरे सपनों को मैं बाज़ से पंख देना चाहता हूँ ।
मेरी चाहत, सपना,मेरा प्यार ,कोई बात नहीं ,
तेरी हर ख़ुशी को मैं अपनी बनाना चाहता हूँ ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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