Pages

Followers

Thursday, March 14, 2013

chai ke pyale me

आज सुबह किसी मित्र द्वारा एक एस एम एस भेजा गे की चाय के प्याले में उठती भाप  देखकर ,वो मेरे ख्यालों में डूब जाते हैं ........
हमने कहा -----
चाय के प्याले से उठती भाप देखकर
मेरे ख्यालों में खोने की बात करते हो ,
फिर चाय ठंडी होने का इलज़ाम भी
अक्सर हम पर ही लगाया करते हैं ।

हमारे सामने होने पर,देखा है हमने,
वो नजरें बचा बचा कर चलते हैं ।
नहीं जानते वो,हम चाहते हैं उन्हें कितना ,
रात भर ख्वाबों में उनसे ही बात करते हैं ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

No comments:

Post a Comment