आज सुबह किसी मित्र द्वारा एक एस एम एस भेजा गे की चाय के प्याले में उठती भाप देखकर ,वो मेरे ख्यालों में डूब जाते हैं ........
हमने कहा -----
चाय के प्याले से उठती भाप देखकर
मेरे ख्यालों में खोने की बात करते हो ,
फिर चाय ठंडी होने का इलज़ाम भी
अक्सर हम पर ही लगाया करते हैं ।
हमारे सामने होने पर,देखा है हमने,
वो नजरें बचा बचा कर चलते हैं ।
नहीं जानते वो,हम चाहते हैं उन्हें कितना ,
रात भर ख्वाबों में उनसे ही बात करते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
हमने कहा -----
चाय के प्याले से उठती भाप देखकर
मेरे ख्यालों में खोने की बात करते हो ,
फिर चाय ठंडी होने का इलज़ाम भी
अक्सर हम पर ही लगाया करते हैं ।
हमारे सामने होने पर,देखा है हमने,
वो नजरें बचा बचा कर चलते हैं ।
नहीं जानते वो,हम चाहते हैं उन्हें कितना ,
रात भर ख्वाबों में उनसे ही बात करते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
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