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Sunday, March 10, 2013

dev poojaa

देव पूजा बात , आस्था विशवास की है,
दूध का अर्पण नहीं,जज्बात की है ।

गूढ़ रहस्य इसमें हैं छिपे,जान लो ,
गहराई में उतर जानने की,बात की है ।

किनारे पर बैठ कर ,लहरें गिनते रहो ,
समुन्दर है खारा ,व्यंग्य करते रहो ।

जब तक उतरकर तह में ना जाओगे ,
रेत में मोती तलाश करते रहो ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

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