जो छोड़ देते हैं तन्हा मुझको ,
संभलना सीखा देते हैं मुझको ,
कब तलक बैसाखियों के सहारे चलूँगा ,
वो चलना सीखा देते हैं मुझको ।
चाँद और तारों ने कसम खायी थी,
उम्र भर साथ निभाने की मुझको ,
रात बीती ,मेरा साथ छोड़ा उन्होंने,
सवेरा हुआ तो सूरज मिल गया मुझको ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
संभलना सीखा देते हैं मुझको ,
कब तलक बैसाखियों के सहारे चलूँगा ,
वो चलना सीखा देते हैं मुझको ।
चाँद और तारों ने कसम खायी थी,
उम्र भर साथ निभाने की मुझको ,
रात बीती ,मेरा साथ छोड़ा उन्होंने,
सवेरा हुआ तो सूरज मिल गया मुझको ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
वाह
ReplyDeleteकब तलक बैसाखियों के सहारे चलूँगा
क्या बात बहुत खूब वाह |
ReplyDeletethnks girish ji, minkshi ji, dil se
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