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Saturday, March 16, 2013

ret kaa aashiyaan

आशियाँ में सिर्फ रेत  नहीं ,जज्बात थे मेरे,
सजाये थे कुछ सपने , कुछ ख्वाब थे मेरे ।
तेरे लिए होगा सिर्फ रेत का आशियाँ वो,
वो ख्वाब हकीकत के आस-पास थे मेरे ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

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