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Thursday, March 28, 2013

teri khamoshi...

तेरी ख़ामोशी ,तेरी धड़कनों को समझा था मैंने,
तेरी आँखों की भाषा को पढ़ा ,जाना भी  था मैंने ।
तुझसे कहने से डरता रहा,दिल की बात अपने ,
तेरी बातों में किसी और का किस्सा सुना था मैंने ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

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