Pages

Followers

Sunday, June 30, 2013

क्या कहें , कैसे कहें , किससे कहें ,
वो जानकार भी अनजान बने बैठे हैं ।
पूछते हैं इश्क का मतलब मुझसे ही ,
मेरे ज़िंदा रहने का सामान लिए बैठे हैं ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

No comments:

Post a Comment