Pages

Followers

Thursday, June 20, 2013

chhaayaa hai jo aks

छाया है जो अक्स ,तुम्हारे दिलों दिमाग पर ,
उसकी दास्ताँ से  , तुम्हे  मुक्त होना होगा ।
फतह करनी होगी , हर मंजिल कारवाँ की ,
खुदी को अपनी तुम्हे , ऊँचा उठाना होगा ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

No comments:

Post a Comment