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Sunday, June 2, 2013

jo baat bis baras pahale

जो बात बीस बरस पहले थी ,वो बात कहाँ से लाऊं ?
थे जज्बात जो दौरे जवानी में ,जज्बात कहाँ से लाऊं ?

चाहता हूँ तुम्हे आज भी ,अपनी जान से ज्यादा ,
दिखाऊं सीना चीर कर ,  वो तड़फ कहाँ से लाऊं ?

बढ़ गयी जिम्मेदारियां औ' रोजी रोटी की फिकर ,
प्यार के नगमें ,मोहब्बत के तराने ,कहाँ से लाऊं ?

डॉ अ कीर्तिवर्धन

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