लूट लो जी भर यहाँ , यह सियासतों का दौर है,
हिन्दू -मुस्लिम का लहू ,अलग अलग ,यह शोर है ।
कीमतें इंसान की हैं , धर्म पर आधारित यहाँ ,
कोई तरसता न्याय को ,कहीं सत्ता चरण धोती यहाँ ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
हिन्दू -मुस्लिम का लहू ,अलग अलग ,यह शोर है ।
कीमतें इंसान की हैं , धर्म पर आधारित यहाँ ,
कोई तरसता न्याय को ,कहीं सत्ता चरण धोती यहाँ ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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