माना की ज़माने ने हमको सताया तो बहुत है ,
मेरी हर राह में अवरोध भी लगाया तो बहुत है ,
मैं मोम था, मोम हूँ , मोम ही बनके रहूंगा ,
पत्थर दिलों की बेरुखी ने रुलाया तो बहुत है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
मेरी हर राह में अवरोध भी लगाया तो बहुत है ,
मैं मोम था, मोम हूँ , मोम ही बनके रहूंगा ,
पत्थर दिलों की बेरुखी ने रुलाया तो बहुत है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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