तेरे इश्क की इन्तहां , मैं समझ नहीं पाया ,
मुझे तो ख्वाबों में भी तेरा चेहरा नजर आया ।
तुम्हे कोशिश करने से भी मेरा चेहरा नजर नहीं आता ,
मगर मैं तेरा चेहरा कभी भुला ही नहीं पाया ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
मुझे तो ख्वाबों में भी तेरा चेहरा नजर आया ।
तुम्हे कोशिश करने से भी मेरा चेहरा नजर नहीं आता ,
मगर मैं तेरा चेहरा कभी भुला ही नहीं पाया ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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