विभिन्न विचारधाराओं वाली पार्टियां एक ही बैनर के नीचे ......
आप अपनी ढपली बजा रहे हैं ,
हम अपना राग सुना रहे हैं ।
सुर है ना लय है और ना ताल है ,
साझा बाजा है ,सब चले जा रहे हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
आप अपनी ढपली बजा रहे हैं ,
हम अपना राग सुना रहे हैं ।
सुर है ना लय है और ना ताल है ,
साझा बाजा है ,सब चले जा रहे हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
No comments:
Post a Comment