अश्कों से भरे नयनो में भी , प्रकाश देखता हूँ ,
दहशत भरे शहर में , शांति का प्रयास देखता हूँ ।
यह तो सच है कुछ भेडिये घूमते , इंसानों की बस्ती में ,
दरिंदों के दिलों में भी , इंसानियत की आस देखता हूँ ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
दहशत भरे शहर में , शांति का प्रयास देखता हूँ ।
यह तो सच है कुछ भेडिये घूमते , इंसानों की बस्ती में ,
दरिंदों के दिलों में भी , इंसानियत की आस देखता हूँ ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
No comments:
Post a Comment