मैं और बस मैं के फेर में जो फँस गया ,
यकीन मानिए ,जमाने से वो कट गया ।
कहते हैं जिसको "हकीकत ए जिंदगी" ,
इंसानियत की नजर में वो मर गया ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
यकीन मानिए ,जमाने से वो कट गया ।
कहते हैं जिसको "हकीकत ए जिंदगी" ,
इंसानियत की नजर में वो मर गया ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
No comments:
Post a Comment