Pages

Followers

Saturday, July 6, 2013

vakt sada usakaa gulaam hota hai

वक्त सदा  उसका गुलाम होता है ,
वक्त सदा उसका गुलाम होता है ,
नेकी की राह ,जिसका काम होता है ।
लिखता है पत्थर दिलों पर दास्ताँ प्यार की ,
इतिहास के पन्नों पर , उसका नाम होता है ।
आज भी बसते हैं राम और सिया घर घर में ,
जिन घरों में मर्यादा का सम्मान होता है ।
बच्चें चलें दो कदम ,अनैतिकता की राह पर ,
यकीं मानिए , सारा घर ही बदनाम होता है ।
देता है जो दाना परिंदों को और भूखे को रोटी ,
उस आदमी में इंसानियत का भान होता है ।
देश हित सीमा पर खडा ,जान हथेली लेकर ,
सैनिक ,घर,गाँव,देश,माँ-बाप की शान होता है ।
लूट रहे मुल्क को जो रहनुमा , सत्ता में बैठकर
सफेदपोश लुटेरों से , मुल्क बदनाम होता है ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन


No comments:

Post a Comment