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Tuesday, August 27, 2013

dhundali shakl dikhane kaa dosh

धुंधली शक्ल दिखाने का दोष ,आयने पर लगा दिया ,
आयने को तोड़कर तूने  , उसे धूल में मिला दिया ।

सोचा नहीं वह बेजान , खामोश शीशा है ,
टूटकर भी आयने ने , संभलना सीखा दिया ।

कहता रहा तू उसको , वह तेरा गुलाम है ,
तेरे गुरुर को उसने , सबक सीखा दिया ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

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