कहाँ से पाला भ्रम अमर होने का , सियासतदानों
मौत से कोई पार पा नहीं सकता ।
उड़ेगा बाज़ जब आसमान के सीने पर ,
मौत किसकी लिखी ,बता नहीं सकता ।
डॉ आ कीर्तिवर्धन
मौत से कोई पार पा नहीं सकता ।
उड़ेगा बाज़ जब आसमान के सीने पर ,
मौत किसकी लिखी ,बता नहीं सकता ।
डॉ आ कीर्तिवर्धन
No comments:
Post a Comment