कन्हैया ने ले लिया अवतार ,चलो मिटायें हम भ्रष्टाचार ।
ग्वाल-बाल सब बन जाओ ,संतुष्टि का भोग लगाओ ।
लूट रहे जो मेरे देश को , उनको मारो ,बाहर भगाओ ।
खाओ कसमें करलो वादे , अब अपने होंगे नेक इरादे ।
बेईमानी का घी मक्खन भी , तोड़ सके ना अपने वादे ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
ग्वाल-बाल सब बन जाओ ,संतुष्टि का भोग लगाओ ।
लूट रहे जो मेरे देश को , उनको मारो ,बाहर भगाओ ।
खाओ कसमें करलो वादे , अब अपने होंगे नेक इरादे ।
बेईमानी का घी मक्खन भी , तोड़ सके ना अपने वादे ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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