अपने तजुर्बात पे परखकर सच को कहना ,
सियासतदानों की बात पे इंतकाम मत लेना ।
कमीने-कमजर्फ , लाशों की सियासत करते हैं ,
मजहबी जूनून में , पडोसी पे आघात न करना ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
सियासतदानों की बात पे इंतकाम मत लेना ।
कमीने-कमजर्फ , लाशों की सियासत करते हैं ,
मजहबी जूनून में , पडोसी पे आघात न करना ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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