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Sunday, September 1, 2013

teri aankhon me chahat

तेरी आँखों में चाहत की कमी सी देखी थी ,
तेरी आँखों में बेवफाई की दास्तां पढ़ी थी ,
तू सोचती है पढ़नी नहीं आती नयनो की भाषा ,
तेरी आँखों में हुस्ने गुरुर की झलक देखी थी ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

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