मकर संक्रांती की शुबेच्छा. एक मजेदार बात यह की आज का दिन पर्व का दिन
क्यों है? चूँकि 22 दिसम्बर सबसे छोटा दिवस है इसलिए पर्व तो 23 दिसम्बर को
होना चाहिए। इसका भी एक वैज्ञानिक कारण है। 23 दिसम्बर से दिन भले ही
बढता हो लेकिन शूर्योदय समय अब भी आगे ही जा रहा होता है। फिर मकर
संक्रांति के दिन से शूर्योदय समय घटने लगता है। अर्थात् अब सूर्य रोज
जल्दी जल्दी उगेगा।
अच्छी जानकारी ...
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