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Sunday, December 8, 2013

muktak--pyaar me judaai ke kisse

प्यार में जुदाई के किस्से सुनाये नहीं जाते,
बबूल के पेड़ घर में सजाये नहीं जाते ।
जानता हूँ कोई शख्स आय़ा है उनकी जिंदगी में,
इल्जाम बेवफाई के यूँ ही लगाए नहीं जाते ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

1 comment:

  1. आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि कि चर्चा कल मंगलवार १०/१२/१३ को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहाँ स्वागत है ---यहाँ भी आइये --बेजुबाँ होते अगर तुम बुत बना देते
    Rajesh Kumari at HINDI KAVITAYEN ,AAPKE VICHAAR

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