मेरे होने से फर्क नहीं, बार-बार कहती है,
पहली मुलाक़ात की बात, बार-बार कहती है।
काफी है मेरे लिए, यूँ मेरे जिक्र का होना,
मेरी हर साँस, तेरी याद में बेकरार रहती है।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
पहली मुलाक़ात की बात, बार-बार कहती है।
काफी है मेरे लिए, यूँ मेरे जिक्र का होना,
मेरी हर साँस, तेरी याद में बेकरार रहती है।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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