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Saturday, May 17, 2014

muktak-dharmnirpekshtaa kaa arth

धर्मनिरपेक्षता का अर्थ, देश ने जान लिया है,
मानवता प्रधान कर्म, देश ने मान लिया है।
जाति-धर्म, क्षेत्रवाद की बातें, बस लड़वाने को,
हिंदुत्व राष्ट्र आधार, देश ने अब ठान लिया है।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

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