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Saturday, July 25, 2009

गीत का जन्म

गीत का जन्म

अकुलित हो रहा गर्भ मे कोई गीत है
अंग करते हैं किलोल गर्भ मे कोई गीत है ।
मन प्रफुल्लित हो रहा गर्भ मे कोई गीत है
प्रसव का हो गया समय गर्भ मे कोई गीत है ।

वेदना प्रसव की मुख पर है छाई हुई
मन हिलोरें ले रहा जन्मता कोई गीत है ।
नौ माह कोख मे माँ ने बालक को रखा
नौ पल मैंने भी अपनर गीत को मन मे रखा ।

वेदना व् सुख का अनुभव हर पल मैंने किया
गीत्मेरा जन्म ले ले प्रार्थना मैंने किया ।
सलोना हो रूप उसका जैसे बाल कृष्ण का
कल्पना मे रूप उसका यही मैंने धारण किया ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

8265821800

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