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Friday, July 8, 2011

my son vaibhav vardhan has written about me

http://vaibhavvardhan.wordpress.com/father-more-than-a-word/
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1 comment:

  1. कीर्ति जी मैंने अभी अभी लिंक देखा......वैभव का प्रयास बहुत अच्छा है......उत्साह और मार्गदर्शन बनाएं रखें....उसकी लेखनी में और निखर आयेगा....हिंदी में अभी भी जीवन यापन की कठिनायियन हैं पर फिर भी अंग्रेजी के साथ साथ हिन्दी में भी लिखेंगे तो और अच्छा लगेगा...कुल मिला कर मुबारक हो.....!

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