राजनीति का खेल.....
चोरों और सिपाहियों का यह कैसा गठबंधन है,
चंद रुपैयों कि खातिर,एक दूजे का अभिनन्दन है|
तू मुझे बचा,मैं तुझे,हम सब मौसेरे नंदन,
देख मुफ्त का माल घिस रहे सरे चन्दन|
चन्दन लगा ललाट पर,बन गए पोंगा पंडित,
राजनीति के खेल मे आनंदम-आनंदम|
डॉ अ कीर्तिवर्धन
९९११३२३७३२
चोरों और सिपाहियों का यह कैसा गठबंधन है,
चंद रुपैयों कि खातिर,एक दूजे का अभिनन्दन है|
तू मुझे बचा,मैं तुझे,हम सब मौसेरे नंदन,
देख मुफ्त का माल घिस रहे सरे चन्दन|
चन्दन लगा ललाट पर,बन गए पोंगा पंडित,
राजनीति के खेल मे आनंदम-आनंदम|
डॉ अ कीर्तिवर्धन
९९११३२३७३२
your blog is so good
ReplyDeletepolitics