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Thursday, April 5, 2012

rajniti ka khel

राजनीति का खेल.....

चोरों और सिपाहियों का यह कैसा गठबंधन है,
चंद रुपैयों कि खातिर,एक दूजे का अभिनन्दन है|
तू मुझे बचा,मैं तुझे,हम सब मौसेरे नंदन,
देख मुफ्त का माल घिस रहे सरे चन्दन|
चन्दन लगा ललाट पर,बन गए पोंगा पंडित,
राजनीति के खेल मे आनंदम-आनंदम|

डॉ अ कीर्तिवर्धन
९९११३२३७३२

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