सितारों की महफ़िल में चाँद तन्हा नहीं होता,
तन्हा गर होता तो महफ़िल में नहीं होता |
अजीब हैं पल तेरी आँखों में नींद की दस्तक है,
ऐसा तभी होता है ,कोई रात भर नहीं सोता |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
तन्हा गर होता तो महफ़िल में नहीं होता |
अजीब हैं पल तेरी आँखों में नींद की दस्तक है,
ऐसा तभी होता है ,कोई रात भर नहीं सोता |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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